चित्तौड के बैंक मेनेजर ने घटाया 54 किलो वजन
क्या आप अंदाजा लगा सकते हैं कि 17 सालों से मोटापे की समस्या महज 17 दिनों में गायब हो सकती है। शायद नही ना लेकिन यह मुमकीन हुआ है। चित्तौड के रहने वाले बैंक के मैनेजर अपने बढे हुए वजन को लेकर बीते 17 सालों से बेहद परेशान थे। उन्हें चलने-फिरने और बैठने-उठने में काफी परेशानी का समाना करना पडता था। उनका वजन 144 किलो तक जा पंहुचा था। बेरियाट्रिक सर्जरी कराने के बाद उनका वजन 90 किलो तक आ चुका है। सर्जरी के दो हफ्तों के भीतर ही उन्हे बेहद हल्कापन महसूस होने लगा था।
चित्तौड के रहने वाले 56 साल के सुनील जैन पेशे से बैंक मैनेजर हैं। श्री जैन का 1996 में किसी बीमारी को लेकर इलाज हुआ था। दवाईयों का असर कुछ ऐसा हुआ कि 60 साल के सुनील जैन का वजन साल-दर-साल बढता चला गया। दो-तीन सालों के बाद तो उनका वजन इतना बढ गया कि वह मुसीबत का सबब बनने लगा। जो भी उनसे मिलता तो उनकी हालत देखकर उन्हे वजन कम करने की ताकीद देने लगता लेकिन श्री जैन वजन कम करने के सारे हथकंडे अनपा चुके थे। बावजूद इसके वजन कम होने का नाम ही नही ले रहा था। कई सालों से वो बेरियाट्रिक सर्जरी का प्लान कर रहे थे। देश के कई शहरों में उन्होने सर्जरी कराने का प्लान किया लेकिन उनका उन्होने अंत में मोहक बेरियाट्रिक एंड रोबोटिक्स सेंटर को पर ही अपना भरोसा जताया। और उनका यह विश्वास हकीकत में भी तब्दील हुआ। 28 दिंसबर 2013 को सर्जरी कराने के महज दो हफ्तों में ही उनकी सेहत में सुधार होने लगा और खुद को अच्छा महसूस करने लगे।
देखते ही देखते उनका वजन 144 से 90 किलो पर पंहुच गया। उन्हे सबसे ज्यादा परेशानी कपडों की थी। रेडिमेड कपडे नही मिल पाते थे। शर्ट बनवाने में 3 मीटर कपडा लगता था। अब रेडिमेट शर्ट और टी-शर्ट पहन कर खुद को फिट महसूस करते हैं। श्री जैन बताते हैं कि सर्जरी के कुछ महीनों बाद जब पुरानी ब्रांच में गये तो वहां का गार्ड जो हमेशा उनके पास खडा रहता था वही नही पहचान सका। इस बदलाव के बाद पूरा परिवार बेहद खुश है।